Add parallel Print Page Options

यीसू ह पानी ला अंगूर के मंद बनाथे

ओकर तीसरा दिन, गलील प्रदेस के काना नगर म एक बिहाव होवत रहय। यीसू के दाई ह उहां रिहिस। यीसू अऊ ओकर चेलामन ला घलो बिहाव के नेवता मिले रिहिस। जब अंगूर के मंद ह सिरा गीस, त यीसू के दाई ह ओला कहिस, “ओमन करा अऊ मंद नइं ए।”

त यीसू ह ओला कहिस, “हे नारी, तेंह मोला ए बात काबर बतावत हस? अभी मोर कुछू करे के समय नइं आय हवय।” तब यीसू के दाई ह सेवकमन ला कहिस, “जऊन कुछू ओह तुमन ला कहिथे, वइसने करव।”

उहां पानी धरे के छै ठन पथरा के मटका माढ़े रहंय ताकि यहूदीमन सुध होय के धारमिक संस्कार ला कर सकंय। हर मटका म करीब सत्तर ले लेके एक सौ दस लीटर तक पानी धरय।

यीसू ह सेवकमन ला कहिस, “मटकामन म पानी भर देवव।” ओमन मटकामन के मुहूं तक ले पानी भर दीन।

तब यीसू ह ओमन ला कहिस, “अब तुमन ओम ले कुछू निकारके भोज के मुखिया करा ले जावव,” अऊ ओमन अइसनेच करिन।

जब भोज के मुखिया ह ओला चिखिस, त पानी ह अब अंगूर के मंद बन गे रहय, अऊ ओह नइं जानत रिहिस कि ए अंगूर के मंद ह कहां ले आईस, पर ओ सेवक जऊन मन पानी निकारे रिहिन, ओमन एला जानत रिहिन। तब भोज के मुखिया ह दुल्‍हा ला बलाईस, 10 अऊ ओला कहिस, “हर एक झन ह पहिली बढ़िया मंद ला देथे, अऊ जब पहुनामन पीके छक जाथें, तब सस्ता मंद ला देथे, पर तेंह तो बढ़िया मंद ला अब तक बंचाके रखे हवस।”

11 यीसू ह गलील प्रदेस के काना नगर म ए पहिली चमतकार करिस। अऊ ओह ए किसम ले अपन महिमा देखाईस, अऊ ओकर चेलामन ओकर ऊपर बिसवास करिन।

12 एकर बाद यीसू, ओकर दाई, भाई अऊ ओकर चेलामन कफरनहूम सहर गीन अऊ उहां कुछू दिन ठहरिन।

यीसू ह मंदिर ला सुध करथे

(मत्ती 21:12-13; मरकुस 11:15-17; लूका 19:45-46)

13 जब यहूदीमन के फसह तिहार अवइया रिहिस, त यीसू ह यरूसलेम सहर गीस[a] 14 उहां ओह देखिस कि मंदिर के अंगना म, मनखेमन बइला, भेड़, अऊ पंड़की चिरई बेचत रहंय अऊ आने मन टेबल करा बईठके रूपिया-पईसा के लेन-देन करत रहंय। 15 तब यीसू ह डोरी के एक कोर्रा बनाईस अऊ जम्मो भेड़ अऊ बइला मन ला मंदिर के सीमना ले बाहिर खेद दीस अऊ पईसा के लेन-देन करइयामन के सिक्‍कामन ला छितिर-बितिर कर दीस अऊ ओमन के टेबलमन ला खपल दीस। 16 पंड़की बेचइयामन ला ओह कहिस, “एमन ला इहां ले निकारव। मोर ददा परमेसर के घर ला बजार झन बनावव।”

17 तब यीसू के चेलामन सुरता करिन कि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय: “तोर घर के धुन ह मोर हिरदय म आगी सहीं बरथे।”[b]

18 तब यहूदीमन यीसू ले पुछिन, “तोला ए जम्मो करे के अधिकार हवय, ए बात ला साबित करे बर तेंह हमन ला का चिन्‍हां देखा सकथस?”

19 यीसू ह ओमन ला ए जबाब दीस, “तुमन ए मंदिर ला गिरा देवव, अऊ मेंह एला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर दूहूं।”

20 यहूदीमन कहिन, “ए मंदिर ला बनाय म छियालीस साल लगे हवय, अऊ का तेंह एला तीन दिन म फेर ठाढ़ कर देबे?” 21 पर यीसू ह जऊन मंदिर के बारे म गोठियावत रिहिस ओह ओकर देहें रिहिस। 22 जब यीसू ह मरे म ले जी उठिस, तब ओकर चेलामन ला सुरता आईस कि यीसू ह ए कहे रिहिस। तब ओमन परमेसर के बचन अऊ यीसू के कहे बात ऊपर बिसवास करिन।

23 जब यीसू ह फसह तिहार के समय यरूसलेम म रिहिस, त जऊन चमतकार के काम उहां ओह करत रिहिस, ओला देखके बहुंत मनखेमन ओकर ऊपर बिसवास करिन। 24 पर यीसू ह अपन-आप ला ओमन के भरोसा म नइं छोंड़िस, काबरकि ओह जम्मो झन ला जानत रिहिस। 25 ओला एकर जरूरत नइं रिहिस कि कोनो मनखे ह कोनो मनखे के बारे म गवाही देवय, काबरकि यीसू ह खुद जानत रिहिस कि कोन मनखे के मन म का हवय।

Footnotes

  1. 2:13 “फसह तिहार” – मिसर देस ले छुटकारा पाय के सुरता म यहूदीमन फसह तिहार मनाथें।
  2. 2:17 भजन-संहिता 69:9