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अन्त में, प्रियजन, हमारे लिए प्रार्थना करो कि परमेश्वर का सन्देश तेज़ गति से हर जगह फैलता जाए और उसे महिमा प्राप्त हो—ठीक जैसी तुम्हारे बीच और यह भी कि हम टेढ़े मनवाले व्यक्तियों तथा दुष्ट मनुष्यों से सुरक्षित रहें क्योंकि विश्वास का वरदान सभी ने प्राप्त नहीं किया है किन्तु प्रभु विश्वासयोग्य हैं. वही तुम्हें स्थिर करेंगे और उस दुष्ट से तुम्हारी रक्षा करेंगे. प्रभु में हमें तुम्हारे विषय में पूरा निश्चय है कि तुम हमारे आदेशानुसार ही स्वभाव कर रहे हो और ऐसा ही करते रहोगे. प्रभु तुम्हारे हृदयों को परमेश्वर के प्रेम तथा मसीह येशु के धीरज की ओर अगुवाई करें.

आलस्य तथा मन मुटाव के विरुद्ध चेतावनी

प्रियजन, मसीह येशु के नाम में हम तुम्हें यह आज्ञा देते हैं कि तुम ऐसे हर एक व्यक्ति से दूर रहो, जो अनुचित चाल चलता है, जो हमारे द्वारा दी गई शिक्षाओं का पालन नहीं करता. यह तुम्हें मालूम है कि तुम्हारे लिए हमारे जैसी चाल चलना सही है क्योंकि तुम्हारे बीच रहते हुए हम निकम्मे नहीं रहे. इतना ही नहीं, हमने किसी के यहाँ दाम चुकाए बिना भोजन नहीं किया परन्तु हमने दिन-रात परिश्रम किया और काम करते रहे कि हम तुममें से किसी के लिए भी बोझ न बनें. यह इसलिए नहीं कि तुमसे सहायता पाना हमारा अधिकार नहीं है परन्तु इसलिए कि हम स्वयं को तुम्हारे सामने आदर्श स्वभाव प्रस्तुत करें और तुम हमारी सी चाल चलो. 10 यहाँ तक कि जब हम तुम्हारे बीच में थे, हम तुम्हें यह आज्ञा दिया करते थे: किसी आलसी को भोजन न दिया जाए.

11 सुनने में यह आया है कि तुममें से कुछ की जीवनशैली आलस भरी हो गई है—वे कोई भी काम नहीं कर रहे, वस्तुत: वे अन्यों के लिए बाधा बन गए हैं. 12 ऐसे व्यक्तियों के लिए मसीह येशु में हमारी विनती भरी आज्ञा है कि वे गम्भीरता पूर्वक काम पर लग जाएँ तथा वे अपने ही परिश्रम से कमाया हुआ भोजन करें. 13 किन्तु, प्रियजन, तुम स्वयं वह करने में पीछे न हटना, जो सही और भला है.

14 यदि कोई व्यक्ति हमारे इस पत्र के आदेशों को नहीं मानता है, उस पर विशेष ध्यान दो. उसका साथ न दो कि वह लज्जित हो. 15 इतना सब होने पर भी उसे शत्रु न मानो परन्तु एक भाई समझ कर उसे समझाओ.

आशीर्वचन

16 शान्ति के परमेश्वर स्वयं तुम्हें हर एक परिस्थिति में निरन्तर शान्ति प्रदान करते रहें. प्रभु तुम सबके साथ हों.

17 मैं, पौलॉस, अपने हाथों से नमस्कार लिख रहा हूँ. मेरे हर एक पत्र का पहचान चिह्न यही है. यही मेरे लिखने का तरीका है.

18 हमारे प्रभु मसीह येशु का अनुग्रह तुम सब पर बना रहे.