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दीया के पटं‍तर

(मरकुस 4:21-25)

16 कोनो मनखे दीया ला बारके ओला बड़े कटोरा म नइं ढांपय या खटिया के खाल्‍हे म नइं मढ़ाय। पर ओह दीया ला दीवट ऊपर रखथे, ताकि जऊन मन भीतर आवंय, ओमन अंजोर ला देखंय। 17 काबरकि कोनो घलो चीज छुपे नइं ए, जऊन ह परगट करे नइं जाही, अऊ कोनो घलो चीज गुपत म नइं ए, जेकर खुलासा करे नइं जाही। 18 एकरसेति, सचेत रहव कि तुमन कइसने सुनथव। जेकर करा हवय, ओला अऊ दिये जाही; अऊ जेकर करा नइं ए, ओकर ले ओला घलो ले लिये जाही, जऊन ला ओह अपन समझथे।”

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