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यीसू के रूप बदलथे

(मत्ती 17:1-8; मरकुस 9:2-8)

28 यीसू के ए कहे के करीब आठ दिन के बाद, ओह पतरस, यूहन्ना, अऊ याकूब ला अपन संग लीस अऊ एक ठन पहाड़ म पराथना करे बर गीस। 29 जब ओह पराथना करत रिहिस, त ओकर चेहरा के रूप ह बदल गीस अऊ ओकर कपड़ा ह पंडरा होके बहुंत चमके लगिस। 30 अऊ दू झन मनखे मूसा अऊ एलियाह महिमा म परगट होईन अऊ यीसू संग गोठियावत रिहिन। 31 ओमन यीसू के मरे के समय के बारे म बातचीत करत रिहिन, जऊन ला यीसू ह यरूसलेम म पूरा करइया रिहिस। 32 पतरस अऊ ओकर संगवारीमन बहुंत नींद म रहंय, पर जब ओमन जागिन, त ओमन यीसू के महिमा अऊ दू झन मनखे ला ओकर संग ठाढ़े देखिन। 33 जब दूनों मनखे ओकर करा ले जाय लगिन, तब पतरस ह यीसू ला कहिस, “हे मालिक, हमन के इहां रहई बने ए। हमन तीन ठन मंडप बनाथन – एक तोर बर, एक मूसा बर अऊ एक ठन एलियाह बर।” (ओह नइं जानय कि ओह का कहत रिहिस।)

34 जब ओह गोठियावत रिहिस, त एक बादर आईस अऊ ओमन ला ढांप लीस अऊ ओमन डर्रा गीन जब ओमन बादर म हमाईन। 35 बादर म ले ए अवाज आईस, “एह मोर बेटा ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव; एकर बात ला सुनव।” 36 जब अवाज ह बंद हो गीस, त ओमन यीसू ला एके झन पाईन। चेलामन ए बात ला अपन म रखिन, अऊ जऊन कुछू ओमन देखे रिहिन, ओला ओ समय कोनो ला नइं बताईन।

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