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यीसू ह परेत आतमा धरे एक टूरा ला बने करथे

(मत्ती 17:14-18; मरकुस 9:14-27)

37 दूसर दिन जब ओमन पहाड़ ले उतरिन, त एक बड़े भीड़ ह यीसू ले मिलिस। 38 भीड़ म ले एक मनखे ह चिचियाके कहिस, “हे गुरू, मेंह तोर ले बिनती करत हंव कि मोर बेटा ला देख; ओह मोर एके झन लइका ए। 39 एक परेत आतमा ओला पकड़थे अऊ ओह अचानक चिचियाथे; ओह ओला अइसने अइंठथे कि ओकर मुहूं ले झाग निकरथे; ओह ओला मुसकुल से छोंड़थे अऊ ओह ओला नास करत हवय। 40 मेंह तोर चेलामन ले बिनती करेंव कि ओमन ओला निकार देवंय, पर ओमन ओला नइं निकार सकिन।”

41 यीसू ह जबाब दीस, “ए अबिसवासी अऊ ढीठ पीढ़ी के मन, कब तक मेंह तुम्‍हर संग रहिहूं अऊ तुम्‍हर सहत रहिहूं? तोर बेटा ला इहां लान।”

42 जब छोकरा ह आवत रिहिस, त परेत आतमा ह ओला भुइयां म पटकके अइंठिस। पर यीसू ह परेत आतमा ला दबकारिस अऊ ओ छोकरा ला बने करिस अऊ ओला ओकर ददा ला सऊंप दीस। 43 अऊ ओमन जम्मो झन परमेसर के महान सामरथ ला देखके चकित हो गीन।

जब जम्मो झन यीसू के काम ला देखके अचम्भो करत रिहिन, त ओह अपन चेलामन ला कहिस,

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