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आयोग पर बारह शिष्यों का भेजा जाना

(मारक 6:7-13; लूकॉ 9:1-6)

10 येशु ने अपने बारह शिष्यों को बुला कर उन्हें अधिकार दिया कि वे प्रेतों को निकाला करें तथा हर एक प्रकार के रोग और व्याधि से स्वस्थ करें. इन बारह प्रेरितों के नाम इस प्रकार हैं: शिमोन, जो पेतरॉस कहलाए, उनके भाई आन्द्रेयास, ज़ेबेदियॉस के पुत्र याक़ोब, उनके भाई योहन, फ़िलिप्पॉस, बारथोलोमेयॉस, थोमॉस, चुँगी लेने वाले मत्तियाह, हलफ़ेयॉस के पुत्र याक़ोब, थद्देयॉस, कनानी शिमोन तथा कारयोतवासी यहूदाह, जिसने उनके साथ धोखा किया.

येशु ने इन बारहों को इन निर्देशों के साथ विदा किया: “अन्यजातियों के मध्य न जाओ और शोमरोन प्रदेश के किसी भी नगर में प्रवेश न करना. परन्तु इस्राएल घराने की खोई हुई भेड़ों के पास जाओ. जाते हुए यह घोषणा करते जाओ, ‘स्वर्ग-राज्य समीप आ पहुँचा है.’ रोगियों को स्वस्थ, मरे हुओ को जिलाओ, कोढ़ रोगियों[a] को शुद्ध तथा प्रेतों को निकालते जाओ. तुमने बिना दाम के प्राप्त किया है, बिना दाम लिए देते जाओ. यात्रा में अपने लिए सोना, चांदी तथा ताँबे के सिक्कों को जमा न करना. 10 यात्रा के लिए न थैला, न वस्त्रों के दूसरे जोड़े, न जूते और न ही लाठी साथ ले जाना क्योंकि भरण पोषण. हर एक मज़दूर का अधिकार है.

11 “किसी भी गाँव या नगर में प्रवेश करने पर योग्य व्यक्ति की खोज करना और वहाँ से विदा होने तक उसी के अतिथि हो कर रहना. 12 उस घर में प्रवेश करते समय उनके लिए मंगलकामना करना. 13 यदि वह घर इस योग्य लगे तो उसके लिए शान्ति की कामना करना; यदि वह इसके योग्य न लगे तो अपनी शान्ति की कामना अपने पास लौट आने देना. 14 जो कोई तुम्हारा स्वागत न करे या तुम्हारी न सुने उस घर से या उस नगर से बाहर आते हुए अपने चरणों की धूल तक वहीं झाड़ देना. 15 सच तो यह है कि न्याय के दिन पर उस नगर की तुलना में सदोम और अमोराह का दण्ड कहीं अधिक सहनीय होगा.

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Footnotes

  1. 10:8 इस रोग के लिए प्रयुक्त मूल यूनानी शब्द विभिन्न चर्म रोगों के लिए भी प्रयुक्त होता था.